Monday, January 25, 2016

मुस्तादि कषायं

There are four yogas mentioned

1.मुस्तं वत्सकबीजानि त्रिफला कटुकुरोहिणी |
परूषकाणि च क्वाथ कफज्वर विनाशन : ||

2.मुस्तं नागर भूनिम्बं त्रयमेतत् त्रिकार्षिकं |
कफवातशमनं पाचनं जवरनाशनं ||

3.मुस्ता पर्पटकं शुण्ठी गुडूची स दुरालभा |
कफवातारुचि छर्दि दाहशोषज्वरापह : ||

4.मुस्तामलक गुडूची विश्वौषध कण्टकारिका क्वाथ |
पीत सकणाचूर्ण समधुर्विषमज्वरं हन्ति ||

Ingredients and preparation:-
1.मुस्त,वत्सक बीज(इन्द्र यव),त्रिफला,कटुकुरोहिणी,परूषक

2.मुस्त नागर भूनिम्ब(कण्ट्कारी) 3 कर्ष each

3.मुस्त पर्पटक शुण्ठी गुडूची दुरालभा(दुस्पर्श)

4.मुस्त,आमलक,गुडूची,विश्वौषध( शुण्ठी),
कणटकारी

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-
1.कफज्वर 

2.कफवात ज्वर,दोषकोप

3.कफवात ज्वर,अरुची,छर्दी,दाह,शोष

4.विषमज्वर

Action:-
1.ज्वरघ्न

2. ज्वरघ्न,कफवतशमन,दोषपाचन

3.ज्वरघ्न,कफवातशमन,रुच्य,छर्दिनुत्,दाहघ्न,बृंहण

4.ज्वरघ्न,त्रिदोषघ्न

Anupana:- here fourth one alone mentioned with specific anupana

4.कणा(पिप्पली )चूर्ण,मधु.

Reference:- sahasrayogam

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