Wednesday, April 27, 2016

अमृताष्टकम कषायं (ज्वरे)

अमृता अरिष्ट कटुका मुस्त इन्द्रयव नागरै : |
पटोला चंदनाभ्यां च पिप्पली चूर्णयुक् स्मृतम् ||
अमृताष्टकमेतत च पित्तश्लेष्म ज्वरापहम |
छर्द्यरोचक हृल्लास दाह तृष्णा निवारणम ||

Ingredients and preparation:-
अमृत,अरिष्ट(निम्ब) कटुका(कटु रोहिणी), मुस्त, इंद्रायव(कुटज बीज) नागर,पटोला,चन्दन
Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-पित्त श्लेष्म ज्वर, छर्दि, अरोचक, हृल्लास,दाह, तृष्णा,

Anupana:- पिप्पली चूर्ण

Action:-जवारघ्न, स्तंभक,रुचिकर,दाहघ्न,तृषघ्न

Reference:- सहस्रयोगं

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