Thursday, April 28, 2016

महौषधादि कषायं (तृतीयक ज्वरे)

महौषध अमृत मुस्त चन्दन उशीर धान्यकै: |
क्वाथ: तृतीयकं हन्ति शर्करा मधु योजित: ||

Ingredients and preparation:-
महौषध(शुण्ठी), अमृत ,मुस्त ,चन्दन ,उशीर ,धान्यक

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-तृतीयक ज्वर

Anupana:- शर्करा,मधु

Reference:- सहस्रयोगं

पार्पटकाब्दादी कषायं (ज्वरे)

पर्पटक अब्द सुरद्रुम भार्ङ्गि मागधिका औषध धान्य यवाषै: पाक्यं इदं विनिहन्ति नराणां वातकफ ज्वरजं पारितापम् ||

Ingredients and preparation:-
पर्पटक ,अब्द ,सुरद्रुम(देवदारू), भार्ङ्गि, मागधिका(पिप्पली), औषध(शुण्ठी) धान्यक, यवाषै:

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-वात कफ ज्वर

Anupana:- in Sanskrit fonts

Action:-in Sanskrit fonts

Reference:- सहस्रयोगं

Wednesday, April 27, 2016

विष्णुक्रान्त्यादि कषायं (ज्वरे)

विष्णुक्रान्ति अमृत मुस्त चन्दन उशीर सारिवा |
सहदेवी कणासिद्धा कषाय: शीतिकापह : ||

Ingredients and preparation:-
विष्णुक्रान्ति ,अमृत,मुस्त, चन्दन, उशीर,सारिवा
सहदेवी,कणा(पिप्पली)
Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-शीतज्वर

Reference:- सहस्रयोगं

अमृताष्टकम कषायं (ज्वरे)

अमृता अरिष्ट कटुका मुस्त इन्द्रयव नागरै : |
पटोला चंदनाभ्यां च पिप्पली चूर्णयुक् स्मृतम् ||
अमृताष्टकमेतत च पित्तश्लेष्म ज्वरापहम |
छर्द्यरोचक हृल्लास दाह तृष्णा निवारणम ||

Ingredients and preparation:-
अमृत,अरिष्ट(निम्ब) कटुका(कटु रोहिणी), मुस्त, इंद्रायव(कुटज बीज) नागर,पटोला,चन्दन
Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-पित्त श्लेष्म ज्वर, छर्दि, अरोचक, हृल्लास,दाह, तृष्णा,

Anupana:- पिप्पली चूर्ण

Action:-जवारघ्न, स्तंभक,रुचिकर,दाहघ्न,तृषघ्न

Reference:- सहस्रयोगं

Tuesday, April 26, 2016

अमृतादि कषायं / पाचनामृतं कषायं (ज्वरे)

अमृतोशीरा वासा अब्द विश्व भूनिम्ब वालकै: |
सपर्पटक धान्याक धनवायाषै: विपाचितं ||
पाक्यं ज्वरेषु पातव्यं पाचनामृत  संज्ञितम् |

Ingredients and preparation:-
अमृत उशीर वासा अब्द (मुस्त) विश्व भूनिम्ब वालकै:(ह्रीबेर) पर्पटक धान्याक धनवायाष
Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-सन्निपात ज्वर,आम युक्त ज्वर

Action:-दीपन ,पाचन, ज्वरघ्न

Note:- old text of Vaidya madham valiya naarayanan thirumeni ( respected vaidya Among ashtavaidyas) says to add पाठ instead of वासा

अमृतोशीरा पाठा अब्द विश्व भूनिम्ब वालकै: |
सपर्पटक धान्याक धनवायाषै: विपाचितं ||
पाक्यं ज्वरेषु पातव्यं पाचनामृत  संज्ञितम् |

Reference:- सहस्र योगं

रास्ना शुण्ठयादि कषायं (ज्वरे)

रास्ना शुण्ठि गुडूची सहचर जलद अभीरु पथ्या शताह्वै: तिक्तवा कचूर वासा अनिलरिपु सहितै: पंचमूल द्वयेन एभिर द्रव्यै: कषाय त्वरितं अपहरेत पीतमात्र प्रभावात मन्यास्तम्भ आन्त्र वृद्धि ज्वर पिटक कटी सन्धी सर्वांग पीड़ा ||

Ingredients and preparation:-
रास्ना,शुण्ठि,गुडूची,सहचर ,जलद, अभीरु, पथ्या(हरीतकी) शताह्वै:(शतपुष्प), तिक्तवा(कटुरोहिणी), कचूर वासा अनिलरिपु ,दशमूल

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-मन्या स्तंभ,आन्त्र वृद्धि, वातज्वर,पिटक, कटी शूल,सन्धि शूल, सर्वांग शूल

Reference:- सहस्रयोगं

Monday, April 25, 2016

त्रिफलादि कषायं and दशमूल वासा कषायं (ज्वरे)

त्रिफला पटोला वासा छिन्नरुहा तिक्तरोहिणी षडग्रन्थ |
मधुना श्लेष्म समुत्थे दशमूली वासकस्य वा क्वाथ : ||

Ingredients and preparation:-
There are two kashaya mentioned under one heading

1. त्रिफला, पटोला, वासा ,छिन्नरुहा(गुडूची),तिक्तरोहिणी(कटुरोहिणी), षडग्रन्थ(वचा)

2.दशमूल, वासा

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-कफ ज्वर

Anupana:- मधु

Reference:- सहस्रयोगं

निम्बादि कषायं (ज्वरे)

निम्ब विल्वा अमृता दारू शुण्ठी भूनिम्ब पौष्करम |
पिप्पली बृहती च इति क्वाथो हन्ति ज्वरम ||

Ingredients and preparation:-
निम्ब, बिल्व, अमृत, देवदारू, शुण्ठी,भूनिम्ब ,पौष्करम (पुष्कर मूल ),पिप्पली, बृहती

Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-कफ ज्वर

Reference:- सहस्रयोगं

आमलक्यादि कषायं (ज्वरे)

आमलक्याभया कृष्ण चित्रकाशचैत्ययं गण :|
सर्वज्वरकफ आतंक: भेदी दीपन पाचन :||

Ingredients and preparation:-
आमलकी, अभय, कृष्ण(पिप्पली), चित्रक
Are taken and kashaya prepared as per the classical method

Indication:-सर्व ज्वर, कफ रोग

Action:-दीपन,पाचन

Reference:- सहस्रयोगं

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